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PMकिसान निधि जल्द ही

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पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े किसान अगली किस्त आने का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। किसानों को इंतजार है कि कब उनके मोबाइल में 2,000 रुपये की किस्त के मैसेज की आवाज गूंजे। सरकारी नियमों के मुताबिक तो किस्त अप्रैल के पहले दिन से आनी शुरू हो जानी चाहिए, लेकिन सरकार ने अभी कोई तारीख नहीं बताई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त अप्रैल के प्रथम सप्ताह से आनी शुरू हो जाएगी। इससे करीब 12 करोड़ से ज्यादा किसान लाभान्वित होंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम की 10वीं किस्त का पैसा 1 जनवरी 2022 को किसानों के खाते में ट्रांसफर किया गया था। देश के करोड़ों किसानों के खाते में 2000 रुपये की किस्त ट्रांसफर की गई थी।, गौरतलब है कि पीएम किसान योजना की 10वीं किस्त नए साल के मौके पर 1 जनवरी, 2022 को जारी की गई थी। इस लिहाज से अब 11वीं किस्त चार महीने बाद अप्रैल में जारी हो सकती है। पीएम किसान योजना के निर्देशों के मुताबिक, पीएम किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त अप्रैल महीने के पहले हफ्ते में जा...

मुँह में छाले का घरेलू उपाय

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मुंह में छाले होने पर करें ये घरेलू उपाय  Updated on  28 Mar, 2022 09:51 AM IST BY  MNTNEWS.IN             ● मुंह में छाले होने पर बोलने और खाने में दर्द होता है। दवाई लेने के अलावा घर पर भी कुछ नुस्खे आजमाएं जा सकते हैं।  ● मुंह में छाले होने पर शरीर को हाइड्रेट जरूर रखें। इससे शरीर में मौजूद विषैले टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं।  ● गुनगुने पानी से कुल्ला करें, इससे मुंह में छिपे बैक्टीरिया निकल जाते हैं, इससे छालों में आराम मिल जाता है।  ● गुन‍गुने पानी में फिटकरी घोल कर कुल्‍ला करने से भी लाभ होता है।  ● बिना चूने का कत्‍थे वाला पान खाना भी मुंह के छालों में काफी राहत देता है। ● मुंह में छाले पेट के खराब होने के कारण भी होते हैं। ऐसे में केला खाना चाहिए, यह मुंह के छाले जल्दी ठीक करता है।  ● दही या पनीर भी खाया जा सकता है।  ● तरबूज खाना भी फायदेमंद होता है। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती

पशुपालन : रोजगार के अपार अवसर व सरकारी सहायता वो भी पचास लाख तक

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ऐसे में केंद्र सरकार (Central Government) ने पशुपालकों की हर समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission) लॉन्च किया है. इस (Pashudhan Mission) योजना के तहत आपको व्यवसाय शुरू करने से लेकर चारा काटने की थज तक पर लाखों रुपये का अनुदान (Pashudhan Subsidy Scheme) मिल सकता है. नेशनल लाइवस्टॉक मिशन का उद्देश्य (   Objective of National Livestock Mission) राष्ट्रीय Pashudhan Mission का मुख्य उद्देश्य पशुपालन और चारा क्षेत्र में विकास के माध्यम से रोजगार (Employment in Animal Husbandry and Fooder Crops) पैदा करना है. इसके अलावा मांस, अंडा, बकरी का दूध, ऊन और चारे के उत्पादन (Production of meat, eggs, goat's milk, wool and fodder) में भी वृद्धि करना है. यह योजना पशुपालकों की मांग को कम करने के लिए चारे की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगी. साथ ही इसमें किसानों के लिए पशुधन बीमा (Pashudhan Bima) सहित जोखिम प्रबंधन के उपाय निकाले जाते हैं. राष्ट्रीय पशुधन मिशन के लाभार्थी (   Beneficiaries of National Livestock Mission कोई भी व्यक्ति किसान उत्पादक संगठन...

नौकरी का झंझट खत्म! शुरू करें यह सुपरहिट बिजनेस, 6 महीने में 10 लाख रुपये की होगी कमाई

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नौकरी का झंझट खत्म! शुरू करें यह सुपरहिट बिजनेस, 6 महीने में 10 लाख रुपये की होगी कमाई Business Idea: अगर खेती के जरिए मोटी कमाई करना चाहते हैं तो हम आपको आज एक ऐसी खेती के बारे में बता रहे हैं, जिसमें आज कल के युवा नौकरी को छोड़कर इसमें हाथ अजमा रहे हैं और घर बैठे लाखों रुपये की मोटी कमाई कर रहे हैं। दरअसल, हम आपको बता रहे हैं लहसुन की खेती (Garlic Farming) के बारे में। इसकी खेती के जरिए पहली फसल में ही यानी 6 महीने के भीतर 10 लाख रुपये आसानी से कमा सकते हैं। लहसुन की खेती के जरिए किसानों लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं। बता दें कि लहसुन एक नकदी फसल है। भारत में इसकी मांग साल भर बनी रहती है। मसाला से लेकर औषधि के रूप में इस्तेमाल होने के कारण यह आम भारतीय किचन का अहम हिस्सा है। लहसुन की खेती करने वाले लोग मालमाल हो जाएंगे। लेकिन इसके लिए कई बातों का ध्यान देना जरूरी है। लहसुन की खेती को बारिश के मौसम खत्म होने के बाद ही शुरू करें। इस हिसाब से अक्टूबर और नवंबर का महीना ठीक रहता है। लहसुन की खेती उसकी कलियों से की जाती है। बुआई 10 सेमी की दूरी पर की जाती ह...

Farmer Producer Organization Scheme A Path To Farmers’ Prosperity

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Farmer Producer Organization Scheme A Path To Farmers’ Prosperity Due to lack of better agricultural technology for small and medium farmers and under the pressure of the moneylenders in the market, farmers were getting poorer  Many developed countries of the world are not only prospering with better technology and management in the agriculture sector, but in some – like in the European Union, Canada, and Israel – there has been significant growth in farmers’ income. India is also on the same path. When we walk together – with one intent, with one thought, and work together on one project – the path to prosperity is paved. Remember, in our childhood, we used to listen to the story of a farmer, its title being “United We Stand”. The moral: In unity there is progress – “bundled together, the sticks could not be broken, but when separated, it could be snapped one by one”. Similarly, smallholding farmers will have to till together, this is the call of the tim...

खुशहाल किसान एग्रीमार्ट की ओर से देश के किसानों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

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, #announcement Today with the utmost consideration, care, aspiration, and earnest endeavor we are presenting you our platform -  खुशहाल किसानAgrimart   खुशहाल किसानAgrimart  is inclined towards helping farmers, by providing them easy access to seed feed and raising nutritional awareness. It is purposed to assist and enable farmers to make measured and informed decisions on farming. खुशहाल किसानAgrimart   aims to empower every farmer and make their lives easier. ध्येय वाक्य- उन्नत कृषि,खुशहाल किसान, समृद्ध भारत श्रीमान,  ग्राम प्रधान , सर्वप्रथम 73वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई । ग्लोबल फाउण्डेशन सोसायटी कृषि एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में लगातार 2005 से आप सबके बीच बिभिन्न माध्यमों से कार्य कर रहा है। इसी कडी़ में हमारे प्रसार अधिकारी आपसे निरंतर सम्पर्क कर जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं। संस्थान NDUA&Tकुमारगंज अयोध्या, KVK KNIव KVK सुरेशनगर सुलतानपुर के वैज्ञानिकों के तकनीकी सहयोग से बीजोत्पादन व जैव उत्पाद निर्माण के क्षे...

सब्जी उत्पादन, भंडारण एंव मूल्यवर्धन की उन्नतशील तकनीक

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इ कौशलेन्द्र प्रताप सिंह लेखक : डा योगेन्द्र प्रताप सिंह कृषि वैज्ञानिक  प्रक्षेत्र प्रबंधक कृषि विज्ञान केन्द्र सीतापुर -2 सब्जी उत्पादन, भंडारण एंव मूल्यवर्धन की उन्नतशील तकनीक https://youtu.be/bgfc-wy6EmU भूमिका खाद्यान उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के साथ ही अब संतुलित पोषण की आवश्यकता को महत्व दिया जाने लगा है। भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में जहाँ शाकाहार को महत्व दिया जाता है, सब्जियों का महत्व और भी बढ़ जाता है। कुल जनसँख्या के आधार पर संतुलित पोषण की दृष्टि से सब्जियों का उत्पादन देश में काफी कम है। इसे उन्नत उत्पादन तकनीकों को बढ़ाने की अपार संभावनाएँ हैं। अन्य फसलों की तुलना मेंशब्जियों की खेती से प्रति इकाई क्षेत्रफल अधिक आमदनी प्राप्त होती है। उन्नत किस्में इ कौशलेन्द्र प्रताप सिंह विभिन्न सब्जियों की क्षेत्र  के लिए उपयुक्त एवं अधिक पैदावार देने वाली किस्में  भूमि का चुनाव एवं तैयारी सब्जी उत्पादन हेतु अच्छी उर्वरता वाली जैव पदार्थ युक्त मिट्टी का चुनाव करना चाहिए। भूमि की 3-4 बार जुताई करके पाटा लगाकर समतल कर लें सिंचाई की...