कृषि मंत्री ने दिया किसानों को तोहफा: कृषि जगत में इनोवेशन को दिया जाएगा बढ़ावा, किसानों के हित में आएंगे 40 नए तकनीक

मा.कृषि मंत्री ने दिया किसानों को तोहफा: कृषि जगत में इनोवेशन को दिया जाएगा बढ़ावा, किसानों के हित में आएंगे 40 नए तकनीक


हाइलाइट्स

  • कल मनाया गया ICAR का स्थापना दिवस 
  • कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हुए शामिल 
  • 40 नए तकनीक को लॉन्च करने का बना प्लान 

 News:   भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की गौरवशाली यात्रा अनेक उपलब्धियों से भरी है। ICAR ने कृषि को विज्ञान तथा अनुसंधान से जोड़कर एक नई क्रांति की है। जिसके परिणामस्वरूप भारतीय कृषि नए प्रतिमान गढ़ रही है।


आज पूसा परिसर, नई दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ICAR के 96वें स्थापना तथा प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में सहभागिता कर उपस्थितजनों को संबोधित किया और शुभकामनाएं दीं।


इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री @LalanSingh_1 जी, केंद्रीय राज्यमंत्री द्वय श्री रामनाथ ठाकुर जी, श्री @mpbhagirathbjp जी, श्री @spsinghbaghelpr जी एवं श्री @GeorgekurianBjp जी सहित देशभर से पधारे कृषि वैज्ञानिक तथा अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।


@icarindia


#ICARfoundationday

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 96वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक समारोह के दौरान 40 कृषि प्रौद्योगिकियों को जारी किया।

ICAR ने अपने बयान में कहा है कि , “कृषि में नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए, 40 चयनित प्रौद्योगिकियों को जारी किया जाएगा और डेवलपर के प्रयासों को मान्यता दी जाएगी।”

ये मंत्री रहे शामिल

केन्द्रीय मत्स्य पालन पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और राम नाथ ठाकुर; इस कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने भी भाग लिया।

पहले 100 दिन जारी होंगे 100 किस्म के बीज

सोमवार को ICAR के वैज्ञानिकों और उद्योग प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई. इस अवसर पर कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के सचिव और ICAR के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने कहा कि ICAR ने NDA सरकार के पहले 100 दिनों के दौरान 100 किस्मों के बीज जारी करने की योजना बनाई है।

उन्होंने यह भी कहा कि कई फसलों की ये किस्में ICAR के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी की जाएंगी।

ICAR के स्थापना दिवस पर प्रदर्शनी 

कृषि उत्पादन, गुणवत्ता और किसानों की आय बढ़ाने के लिए हितधारकों के लाभ के लिए विभिन्न ICAR संस्थानों द्वारा विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया।

इनके अलावा, टिकाऊ और जलवायु-लचीला कृषि प्रदर्शनी के प्रमुख क्षेत्रों में से एक होगी। चावल, गेहूं, मक्का, दालें, तिलहन, बाजरा (श्री अन्ना) और अन्य वाणिज्यिक फसलों के लिए पर्यावरण-अनुकूल प्रौद्योगिकियों को भी प्रदर्शनी में प्रमुखता मिली ।

कृषि मंत्रालय ने जारी किया बयान 

कृषि मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार, मशीनीकरण, सटीक खेती और मूल्य वर्धित उत्पादों पर भी ध्यान दिया जाएगा।

प्रदर्शनी के दौरान उन्नत प्रौद्योगिकियों और उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों पर जोर देने वाला एक प्रदर्शनी प्रदर्शित किया गया। लगभग 400 आम, 80 केले, 50 शीतोष्ण फल और 120 छोटे फलों की किस्मों को प्रदर्शित करने वाला एक फल विविधता शो भी प्रदर्शित किया गया।

अन्न के उत्पादन में तो हमने प्रगति की ही है। साथ ही पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व कार्य हुआ है।


कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा। मैं स्वयं किसान हूं और मेरे लिए किसान की सेवा भगवान की पूजा है।

- माननीय श्री @ChouhanShivraj जी

किसान और कृषि विज्ञान केंद्र का संबंध अद्भुत है।

कृषि विज्ञान केंद्र की जिम्मेदारी है कि रिसर्च और अनुसंधान को ढंग से किसान के खेत तक ले जाए।

- माननीय श्री @ChouhanShivraj जी

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के पास 5,500 वैज्ञानिक हैं। आप 2-2 वैज्ञानिक की टीम बनाइए और कृषि विज्ञान केंद्र में भेजिए।

किसानों को अगर वैज्ञानिकों से जोड़ देंगे, तो लाभ मिलेगा, उत्पादन भी बढ़ेगा और टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए हम लागत भी घटा पाएंगे।

- माननीय श्री @ChouhanShivraj जी


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