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ड्रोन दीदी योजना : महिलाओं को मिलेगा फ्री प्रशिक्षण और 8 लाख रुपए की सब्सिडी

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ड्रोन दीदी योजना : महिलाओं को मिलेगा फ्री प्रशिक्षण और 8 लाख रुपए की सब्सिडी Namo Drone Didi Yojana  : नमो ड्रोन दीदी योजना से महिलाओं को जोड़कर उन्हें सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से ड्रोन दीदी योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत महिलाओं को ड्रोन खरीदने के लिए 8 लाख रुपए की सब्सिडी (subsidy) और ड्रोन चलाने की फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी। इस योजना का लाभ स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं प्राप्त कर सकती हैं। केंद्र सरकार ने इस योजना के तहत कई राज्यों में करीब 3 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। इससे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय बढ़ेगी और किसानों को भी लाभ होगा। कृषि ड्रोन का कुल पैकेज 10 लाख रुपए का है। ड्रोन  सब्सिडी पर ड्रोन के लिए किन्हें दी जाएगी प्राथमिकता दीदी योजना (Drone Didi yojana) के तहत चयनित लाभार्थी महिला को ड्रोन खरीदने के लिए 8 लाख रुपए की सब्सिडी  (subsidy) और 2 लाख रुपए का बैंक लोन (Bank Loan) उपलब्ध कराया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक देशभर में अभी करीब 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता सम...

प्याज से....

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी किसान हितैषी प्रधानमंत्री हैं। कृषि व किसान कल्याण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसान भाइयों-बहनों, आपके हित में मोदी सरकार ने कुछ बड़े निर्णय लिए हैं। किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध मोदी सरकार ने रिफाइन ऑयल के लिए मूल शुल्क (बेसिक ड्यूटी) को 32.5% तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से रिफाइनरी तेल के लिए सरसों, सूरजमुखी और मूंगफली की फसलों की मांग बढ़ेगी। किसानों को इन फसलों के बेहतर दाम मिल सकेंगे और साथ ही छोटे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में  रिफाइनरी बढ़ने से वहां रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। किसानों की प्रगति के प्रति संकल्पित मोदी सरकार ने प्याज के निर्यात शुल्क को 40% से कम कर 20% कर दिया है। निर्यात शुल्क के कम हो जाने से प्याज उत्पादक किसानों को प्याज के अच्छे दाम मिलेंगे और प्याज का निर्यात भी बढ़ेगा। सरकार के इस निर्णय से किसानों के साथ प्याज से जुड़े अन्य सेक्टर्स को भी सीधा लाभ मिलेगा। किसान कल्याण के प्रति संवेदनशील मोदी सरकार ने बासमती चावल से न्यूनतम निर्यात शुल्क को हटाने का निर्णय लिया है। निर्यात शुल्क के हट जाने से बासमती...

ICAR भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने लॉन्च की गेहूं की 02 नई किस्में

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05 सितम्बर 2024, नई दिल्ली:  ICAR भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने लॉन्च की गेहूं की 02 नई किस्में, जानिए उनकी खासियतें –  भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) ने किसानों के लिए गेहूं की 02 नई किस्में लॉन्च की हैं। इन नई किस्मों को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अंतर्गत विभिन्न संस्थानों में विकसित किया गया है।  इन किस्मों को देश के विभिन्न राज्यों के लिए अनुकूलित किया गया है, इन किस्मों को विशेष रूप से भारत के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है, जिससे देश के अलग-अलग हिस्सों के किसान अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इनमें से चुन सकें। आगामी रबी सीजन में किसानों के लिए गेहूं की दो नई किस्में विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो सकती हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) ने हाल ही में पूसा गेहूं शरबती (HI 1665) और पूसा गेहूं गौरव (HI 8840) नामक दो उन्नत किस्में लॉन्च की हैं। पूसा गेहूं शरबती (HI 1665) एक ओपन पॉलीनेटेड वैराइटी है, जिसे महाराष्ट्र, कर्नाटक और ...

सूरन जिमीकन्द/कांद

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सूरन/जिमीकन्द/ कांद  पूरे उत्तर भारत में सूरन की खेती होती है जबकि पूर्उवी त्तर प्रदेश में यह जंगली पौधा है जो घर के आसपास उग जाता है दोनों की क्वालिटी में अंतर है तो पूर्वी उत्तर  प्रदेश में पाया जाता है वह काफी खतरनाक होता है अगर आपने उसे बेहतर ढंग से नहीं बनाया तो फिर पूछिए मत। जबकि गया रीजन में जो ओल उपजाया जाता है वह काफी बढ़िया क्वालिटी का होता है इसके कई प्रकार की सब्जियां व्यंजन और आचार बनाए जाते हैं  उत्तर बिहार में जो पाया जाता है उसका अचार ही बनाया जाता है। इस सुरंन  जिमीकंद के नाम से भी जाना जाता है। कहीं-कहीं इसकी मुलायम पत्तियां को साग के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह काफी फायदेमंद है इसमें फास्फोरस की मात्रा पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है  अगर आपने साल में एक बार इसकी सब्जी खा ली तो शरीर में जितनी फास्फोरस की मात्रा 1 साल के लिए चाहिए उतनी प्राप्त हो जाती है इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है तथा कई प्रकार की बीमारियों राहत भी मिलता है। ओल की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार कृषि विभाग म...

गिलोय: औषधि एक इलाज अनेक

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गिलोय का एक पत्ता आपको 80 सालों तक बीमार नहीं होने देगा... गिलोय एक ही ऐसी बेल है, जिसे आप सौ मर्ज की एक दवा कह सकते हैं। इसलिए इसे संस्कृत में अमृता नाम दिया गया है। कहते हैं कि देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत निकला और इस अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई। 1. गिलोय बढ़ाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता :- गिलोय एक ऐसी बेल है, जो व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर उसे बीमारियों से दूर रखती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। यह खून को साफ करती है, बैक्टीरिया से लड़ती है। लिवर और किडनी की अच्छी देखभाल भी गिलोय के बहुत सारे कामों में से एक है। ये दोनों ही अंग खून को साफ करने का काम करते हैं। 2. ठीक करती है बुखार :- अगर किसी को बार-बार बुखार आता है तो उसे गिलोय का सेवन करना चाहिए। गिलोय हर तरह के बुखार से लडऩे में मदद करती है। इसलिए डेंगू के मरीजों को भी गिलोय के सेवन की सलाह दी जाती है। डेंगू के अलावा मलेरिया, स्वाइन फ्लू में आने वाले बुखार से ...

कृषि मंत्री ने दिया किसानों को तोहफा: कृषि जगत में इनोवेशन को दिया जाएगा बढ़ावा, किसानों के हित में आएंगे 40 नए तकनीक

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मा.कृषि मंत्री ने दिया किसानों को तोहफा: कृषि जगत में इनोवेशन को दिया जाएगा बढ़ावा, किसानों के हित में आएंगे 40 नए तकनीक हाइलाइट्स कल मनाया गया ICAR का स्थापना दिवस  कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान हुए शामिल  40 नए तकनीक को लॉन्च करने का बना प्लान   News:   भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की गौरवशाली यात्रा अनेक उपलब्धियों से भरी है। ICAR ने कृषि को विज्ञान तथा अनुसंधान से जोड़कर एक नई क्रांति की है। जिसके परिणामस्वरूप भारतीय कृषि नए प्रतिमान गढ़ रही है। आज पूसा परिसर, नई दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ICAR के 96वें स्थापना तथा प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में सहभागिता कर उपस्थितजनों को संबोधित किया और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री @LalanSingh_1 जी, केंद्रीय राज्यमंत्री द्वय श्री रामनाथ ठाकुर जी, श्री @mpbhagirathbjp जी, श्री @spsinghbaghelpr जी एवं श्री @GeorgekurianBjp जी सहित देशभर से पधारे कृषि वैज्ञानिक तथा अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे। @icarindia #ICARfoundationday कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहा...

लौकी (बोतल गॉर्ड) स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद

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लौकी (बोतल गॉर्ड) स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद सब्जी है। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यहाँ कुछ लाभ और उपयोग के तरीके दिए गए हैं:  लौकी के स्वास्थ्य लाभ: 1. पोषक तत्वों का स्रोत लौकी में विटामिन सी, विटामिन बी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं। 2. हाइड्रेशन इसमें 90% से अधिक पानी होता है, जो शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। 3. वजन कम करने में सहायक लौकी का सेवन वजन घटाने में मदद करता है क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और फाइबर अधिक होता है। 4. पाचन में सुधार उच्च फाइबर सामग्री के कारण यह पाचन में सहायक होती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। 5. दिल की सेहत लौकी में पोटैशियम होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है। 6. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद इसमें एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी होते हैं, जो त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।  लौकी का उपयोग कैसे और कब करें: 1. लौकी की सब्जी यह सबसे सामान्य और आसान तरीका ह...