क्या होता है एफपीओ (What is FPO)एफपीओ यानी किसानी उत्पादक संगठन (कृषक उत्पादक कंपनी)
किसान उत्पादक संगठन (FPO) के लिए अगले 5 साल में 5000 करोड़ रुपये मोदी सरकार खर्च करने वाली है। इसका रजिस्ट्रेशन कंपनी एक्ट में ही होगा। किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा।
नई दिल्ली। सरकार किसान और कृषि को आगे बढ़ाने के लिए अगले पांच साल के लिए 5000 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। किसानों को आर्थिक सहायता देकर उन्हें समृद्ध बनाने का प्लान केंद्र सरकार कर रही है। इसके लिए उन्हें एक कंपनी बनानी यानी किसान उत्पादक संगठन (FPO-Farmer Producer Organisation) बनाना होगा। सरकार ने 10,000 नए किसान उत्पादक संगठन बनाने की मंजूरी दे दी है।
https://youtu.be/bgfc-wy6EmU
जिसका शुभारंभ भी प्रधानमंत्री ने चित्रकूट से कर दिया है। अगले 5 साल में इस पर 5000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका रजिस्ट्रेशन कंपनी एक्ट में ही होगा, इसलिए इसमें वही सारे फायदे मिलेंगे जो एक कंपनी को मिलते हैं। यह संगठन कॉपरेटिव पॉलिटिक्स से बिल्कुल अलग होंगे यानी इन कंपनियों पर कॉपरेटिव एक्ट नहीं लागू होगा।
क्या होता है एफपीओ (What is FPO)
एफपीओ यानी किसानी उत्पादक संगठन (कृषक उत्पादक कंपनी) किसानों का एक समूह होगा, जो कृषि उत्पादन कार्य में लगा हो और कृषि से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियां चलाएगा। एक समूह बनाकर आप कंपनी एक्ट में रजिस्टर्ड करवा सकते हैं।
एफपीओ लघु व सीमांत किसानों का एक समूह होगा, जिससे उससे जुड़े किसानों को न सिर्फ अपनी उपज का बाजार मिलेगा बल्कि खाद, बीज, दवाइयों और कृषि उपकरण आदि खरीदना आसान होगा। सेवाएं सस्ती मिलेंगी और बिचौलियों के मकड़जाल से मुक्ति मिलेगी।
अगर अकेला किसान अपनी पैदावार बेचने जाता है, तो उसका मुनाफा बिचौलियों को मिलता है। एफपीओ सिस्टम में किसान को उसके उत्पाद के भाव अच्छे मिलते हैं, क्योंकि यहां बिचौलिए नहीं होंगे। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक ये 10,000 नए एफपीओ 2019-20 से लेकर 2023-24 तक बनाए जाएंगे। इससे किसानों की सामूहिक शक्ति बढ़ेगी।
https://youtu.be/bgfc-wy6EmU
किसान की एक ही जाति,
एक ही धर्म – किसानी।
हमारे एफपीओ ( FARMER PRODUCER )का स्वामित्व इसके सदस्यों के पास है। यह किसानों द्वारा, किसानों के लिए और किसानों का एक संगठन है।
खुशहाल किसान एग्रीमार्ट हम 30+ गावों , 15+ ग्राम पंचायतों से 750+ किसानों का एक मजबूत संगठित किसान उद्पादक संगठन (FPO) हैं। विविधता हमारी विशेषता है। हमारा केवल एक ही VISION और एक ही MISSION, केवल किसानों का सहयोग और किसानों का कल्याण है।
किसान कम्पनियों का करिश्मा
क्या होता है एफपीओ?
एफपीओ यानी किसानी उत्पादक संगठन (कृषक उत्पादक कंपनी) किसानों का एक समूह होगा, जो कृषि उत्पादन कार्य में लगा हो और कृषि से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियां चलाएगा।
भारत सरकार किसानों की आर्थिक हालत सुधारने एवं कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लगातार नई नई योजनाएं लेकर आती रही है उसी कड़ी में सरकार ने FPO की शुरुआत की है जिसके भीतर किसानों को संगठित रूप से खेती करने के लिए सरकार से सहायता दी जाती है जिससे एक साथ कृषि उपकरण खाद बीज खरीदने के लिए अपनी फसल की प्रोसेसिंग यूनिट स्टोरेज आदि की व्यवस्था करने के साथ अपनी फसल को अच्छे दाम पर बेच सकते हैं और साथ ही साथ अलग-अलग थोड़ा-थोड़ा खरीदने की जगह एक साथ मिलकर खरीदेंगे तो कम पैसे में खरीद सकते हैं इस कंपनी में फायदे तो को ऑपरेटिव सोसाइटी के होंगे किंतु पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की।
https://youtu.be/bgfc-wy6EmU
VISION & MISSION – हमारा केवल एक ही VISION और एक ही MISSION, केवल किसानों का सहयोग और किसानों का कल्याण है।
OUR OBJECTIVE – Support our FOODGOD FARMER PRODUCER COMPANY LIMITED members on value addition, agriculture extension and market.
BUSINESS ACTIVITIES –
- We provide support for our FPO members in aggregation, storage, primary processing & trading of farm produces
- Support for production & marketing of seeds for our FPO farmers
- Providing support for agriculture inputs to our FPO farmers for sustainable farming and growth
- Providing support for extending market linkages and financial services for FPO members
FPO डाक्यूमेंट्स – (फोटो कॉपी ) धुंधली फोटोकॉपी नहीं चलेगी। सभी डाक्यूमेंट्स बिल्कुल साफ पड़ने योग्य होने चाहिए। सभी दस्तावेजों पर किसान के हस्ताक्षर होने चाहिए
https://youtu.be/bgfc-wy6EmU
- १ फोटो
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड –
- बैंक पासबुक
- खसरा –
- मोबाइल नंबर
- आपका शेयर Rs
Comments
Post a Comment