इस फसल की खेती से मालामाल हो रहे UP के किसान, 15 हजार रुपये क्विंटल बिकता है इसका बीज
इस फसल की खेती से मालामाल हो रहे UP के किसान, 15 हजार रुपये क्विंटल बिकता है इसका बीज
वैसे तो अजवाइन की खेती पहले अमेरिका, मिस्र, ईरान और अफगानिस्तान में की जाती थी, लेकिन अब इंडिया में भी किसान इसकी फार्मिंग कर रहे हैं. महंगी होने के कारण किसानों को इससे काफी फायदा हो रहा है. वैसे राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और झालवाड़ा जिले में इसकी बड़ी संख्या में खेती की जाती है. साथ ही भीलवाड़ा, कोटा, बूंदी और बांसवाड़ा जिला भी अजवाइन पैदावार के लिए गढ़ माने जाते हैं. लेकिन अब उत्तर प्रदेश में भी किसान अजवाइन की खेती कर रहे हैं और काफी मुनाफा कमा रहे हैं.
अजवाइन की खेती करने की उचित जानकारी
हरदोई निवासी रविंद्र ने बताया कि वह अजवाइन की खेती काफी समय से कर रहे हैं. अजवाइन की खेती के लिए गर्मी का मौसम उपयुक्त नहीं होता है. शीत ऋतु में खेतों में नमी रहने के कारण ज्यादा सिंचाई की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है. उन्होंने बताया कि एक बार जिला उद्यान विभाग के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उन्होंने छोटे से खेत में अजवाइन का उत्पादन किया था. तबसे वाह अजवाइन की पैदावार कर रहे हैं. अजवाइन देर से पकने वाली और करीब 160 दिन में तैयार होने वाली फसल है. अजवाइन के पौधे की ऊंचाई 110 सेंटीमीटर के आसपास होती है. अजवाइन करीब 15 क्विंटल तक प्रति हेक्टेयर उपजाई जा सकती है. किसान ने बताया कि 15000 रुपये कुंतल अजवाइन का रेट हमेशा रहता है. यह समय-समय पर मौसम के हिसाब से घटता- बढ़ता रहता है. अजवाइन की खेती खूबसूरत और ज्यादा पैसा देने वाली है.
किसान भाई कैसे करें अजवाइन के खेत की तैयारी
हरदोई के जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि अजवाइन की फसल के लिए खेत तैयार करने के पहले उसे 15 टन प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद डालते हुए मिट्टी पलटने वाले हल से जुताई कर पाटा लगाकर मिट्टी को भुरभुरा बना लिया जाता है. एक हेक्टेयर में 45 किलोग्राम नाइट्रोजन और उतनी ही फास्फोरस खेत में डाली जाती है. उसके बाद आवश्यकता अनुसार पोटाश का भी प्रयोग किया जाता है. एक हेक्टेयर में करीब 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है. पौधों से पौधों की दूरी करीब 30 सेंटीमीटर और पंक्ति से पंच की दूरी 40 सेंटीमीटर उपयुक्त मानी जाती है. इसके बीजों को मिट्टी से 1 सेंटीमीटर गहराई में दबा दिया जाता है.
आयुर्वेद में अजवाइन का विशेष महत्व
अजवाइन पेट की कई बीमारियों के लिए काफी कारगर है. यह वजन घटाने में मददगार है. अजवाइन के सेवन से सर्दी, जुखाम, खांसी, गठिया, मसूड़ों की सूजन और पीरियड के दर्द में राहत मिलती है. साथ ही मुहांसों आदि के लिए यह रामबाण औषधि है. इसमें इतनी भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और जलन रोधी गुणकारी तत्व पाए जाते हैं कि यह छाती में जमे कब्ज को भी हटा देता है.
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